Varanasi-Gorakhpur Rail Line: पूर्वांचल के लोगों के लिए सरकार की तरफ से बड़ी खुशखबरी है. अब वाराणसी से गोरखपुर के बीच नई रेल लाइन तैयार की जा रही है. इस लाइन के बनने से इन दोनों बड़े धार्मिक शहरों के बीच का सफर जल्दी और आराम से होगा. इससे ना सिर्फ बाबा के भक्तों को फायदा होगा, बल्कि रोज़ ट्रेन पकड़ने वाले लोगों को भी राहत मिलेगी. आइए समझते हैं ये लाइन कैसे काम आएगी और क्या फायदा देगी.

सीधे जुड़ेगा बाबा विश्वनाथ और गोरखनाथ धाम
वाराणसी जहां बाबा विश्वनाथ का मंदिर है और गोरखपुर जहां गोरखनाथ मंदिर है – दोनों जगह लाखों लोग हर साल दर्शन करने पहुंचते हैं. अब इन दो जगहों के बीच सीधी ट्रेन जाएगी, जिससे सफर छोटा, सस्ता और आसान हो जाएगा. ना ट्रेन बदलनी पड़ेगी, ना लंबा रास्ता पकड़ना पड़ेगा.
इन जिलों को मिलेगा सीधा फायदा
ये रेलवे लाइन वाराणसी से चलकर जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, देवरिया जैसे जिलों से होकर गोरखपुर पहुंचेगी. रास्ते में दर्जनों कस्बे और गांव भी जुड़ेंगे. जो इलाके ट्रेन से दूर थे, अब वहां भी रेल पहुंच जाएगी. इससे गांव-गांव की तरक्की होगी और शहरों तक सीधी पकड़ बन जाएगी.
रोज़ाना आने-जाने वालों के लिए जबरदस्त फायदा
जो लोग स्कूल, कॉलेज या काम के लिए इन जिलों में रोज़ आना-जाना करते हैं, उनके लिए ये लाइफ बदलने वाली चीज़ है. सफर छोटा होगा, किराया कम लगेगा और समय भी बचेगा. दुकानदार, मज़दूर और नौकरीपेशा लोगों के लिए ये रोज़ की सुविधा होगी.
लाइन बिछाने का काम शुरू
रेल विभाग सर्वे और ज़मीन नाप-जोख का काम शुरू कर चुका है. जिन किसानों की ज़मीन इस प्रोजेक्ट में ली जा रही है, उनको अच्छा मुआवज़ा मिलेगा. सरकार चाहती है कि दो-तीन साल में लाइन बनकर तैयार हो जाए और 2029 तक ट्रेनें चलने लगें.
धार्मिक यात्री होंगे खुश
अब बाबा विश्वनाथ और गोरखनाथ मंदिर के भक्तों को सफर में आसानी होगी. पहले जो यात्रा घंटों की होती थी, अब वो तुरत-फुरत में हो जाएगी. इससे इन शहरों में टूरिज़्म और कारोबार भी बढ़ेगा.
रास्ते में पड़ने वाले गांवों का भी भला
रेल लाइन के रास्ते में जो गांव और कस्बे आएंगे, वहां स्टेशन भी बनेंगे. इससे होटल, चाय दुकान, ऑटो-रिक्शा वालों का धंधा बढ़ेगा. लोग गांव में ही रोज़गार पा सकेंगे और कारोबार कर सकेंगे.
पर्यावरण और सुविधा का भी रखा जाएगा ध्यान
जहां से रेल लाइन गुजरेगी, वहां पेड़ लगाए जाएंगे और पानी की निकासी का भी सही इंतजाम होगा. ये ट्रेनें बिजली से चलेंगी, जिससे प्रदूषण भी नहीं होगा. लाइन के आसपास सेफ्टी के सारे इंतजाम किए जाएंगे.
आखिर में समझो बात
वाराणसी से गोरखपुर के बीच जो नई रेल लाइन बन रही है, वो पूर्वांचल की तरक्की के लिए बहुत ज़रूरी है. इससे लोगों को रोज़ की सफर में आराम मिलेगा, मंदिर दर्शन आराम से हो पाएंगे और गांव से लेकर शहर तक हर जगह विकास की रफ्तार बढ़ेगी. यानी ये लाइन सिर्फ ट्रेन नहीं, पूरे इलाके के लिए तरक्की का रास्ता है.