Uttar Pradesh New Highway: उत्तर प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास को और तेजी देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. अब अगले महीने से चित्रकूट को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाला नया लिंक एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है. यूपीडा (UPIDA) ने इस परियोजना के लिए निविदाएं आमंत्रित कर दी हैं.
करीब 15.17 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा, बल्कि बुंदेलखंड की पर्यटन संभावनाओं को भी नया मुकाम देगा. इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना पर अनुमानित ₹939.67 करोड़ की लागत आएगी. आइए विस्तार से जानते हैं इस नए लिंक एक्सप्रेसवे की सारी जानकारी.

कहां बनेगा यह लिंक एक्सप्रेसवे?
यह लिंक एक्सप्रेसवे मुख्य रूप से चित्रकूट से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा. इसे बुंदेलखंड क्षेत्र के पर्यटन और यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है. यह मार्ग चित्रकूट को सीधे और तेज़ी से बुंदेलखंड और उसके आसपास के जिलों से जोड़ेगा. इससे इलाके की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.
जमीन का अधिग्रहण और उसकी विस्तार
परियोजना के लिए लगभग 167 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. यह भूमि यूपीडा द्वारा चिन्हित की गई है और जल्द ही अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. अधिग्रहण में शामिल गांवों के लोगों को उचित मुआवजा और पुनर्वास उपलब्ध कराया जाएगा. भूमि अधिग्रहण को पारदर्शी तरीके से और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है.
परियोजना की लागत और समय सीमा
यह कॉलोनी 15.17 किलोमीटर लम्बी होगी और इस पर निर्माण का अनुमानित बजट ₹939.67 करोड़ है. इससे बुंदेलखंड और चित्रकूट के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा और व्यापार के लिए बेहतर रास्ता मिलेगा. अधिकारियों के मुताबिक यह परियोजना 2 से 3 वर्षों में पूरी होने की उम्मीद है. जल्द ही कार्य शुरू होने के बाद इसका तेजी से निर्माण किया जाएगा.
यातायात और पर्यटन को मिलेगा लाभ
इस लिंक एक्सप्रेसवे के खुलने से चित्रकूट में आने-जाने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलेगी. बुंदेलखंड क्षेत्र की धार्मिक तथा सांस्कृतिक महत्ता के कारण यातायात काफी बढ़ा है. इस एक्सप्रेसवे के कारण यात्रियों को समय की बचत होगी और सुरक्षित यात्रा का रास्ता मिलेगा. साथ ही इस क्षेत्र में विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी.
सड़क के सुविधाएं और तकनीक
यह नया लिंक एक्सप्रेसवे पूरी तरह से हाईटेक होगा जिसमें 6 लेन की सड़क, इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग, सड़क किनारे सुरक्षा के लिए CCTV और इमरजेंसी सर्विसेस की सुविधा होगी. साथ ही इसके दोनों ओर ग्रीन बेल्ट देखरेख के लिए बनाई जाएगी, जिससे पर्यावरण संरक्षण भी सुनिश्चित होगा. सड़क की गुणवत्ता और सेफ्टी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
यूपी सरकार का विजन
यूपीडा के अधिकारियों ने बताया कि इस एक्सप्रेसवे के जरिए बुंदेलखंड क्षेत्र में आर्थिक क्रियाकलापों को गति मिलना तय है. साथ ही प्रदेश सरकार ने इस प्रकार की परियोजनाओं से क्षेत्रीय विकास को संतुलित बनाना और यात्रियों को बेहतर सेवा देना अपना उद्देश्य बना रखा है.