Haryana New Highway: हरियाणा के लोगों के लिए गजब की खबर आई है. अब गुरुग्राम से राजस्थान के लिए जाना और भी जल्दी और तेज़ हो जाएगा, क्योंकि केंद्र सरकार ने नूंह से फिरोजपुर झिरका होते हुए राजस्थान सीमा तक 45 किलोमीटर लंबा और चार लेन वाला नेशनल हाईवे लाने की मंजूरी दे दी है. इस प्रोजेक्ट में करीब 325 करोड़ रुपये खर्च होंगे, और बनाया जाना वाला ये हाईवे क्षेत्र के ट्रैफिक जाम, हादसों और घुमावदार रास्तों की परेशानियां दूर करेगा.

क्या खास होगा इस नए हाईवे में
यह नेशनल हाईवे नूंह से शुरू होकर फिरोजपुर झिरका तक जाएगा और राजस्थान की सीमा तक पहुंचेगा. कुल लंबाई करीब 45 किलोमीटर होगी. इस रास्ते में 9 फ्लाईओवर, 6 अंडरपास और दो बड़े बाईपास बनेंगे, जिससे ट्रैफिक सीधा चलेगा और सफर आसान रहेगा. यह इलाका अब तक ‘किलर हाईवे’ माना जाता था क्योंकि यहां सड़क हादसे बहुत होते थे, लेकिन नए प्रोजेक्ट से ट्रैफिक मैनेजमेंट और सुरक्षा बढ़ेगी.
किसे-किसे मिलेगा फायदा
नया हाईवे बनने से नूंह, फिरोजपुर झिरका और आसपास के 50 से ज्यादा गांव सीधे जुड़ जाएंगे. लोग तेज़ और सुरक्षित सफर कर पाएंगे, जिससे आम जनता, व्यापारी, स्टूडेंट्स, किसान – सभी को फायदा होगा. खासकर फल-सब्जी के किसान अपनी फसल अब जल्दी और सीधे मंडी तक पहुंचा सकेंगे. व्यापार, खेती और पर्यटन को भी इसमें तेजी मिलेगी.
कितनी लागत और कितना वक्त लगेगा
इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार ने करीब 325 करोड़ का बजट रखा है. हाइवे बनाने के लिए 2 साल का टारगेट फिक्स किया गया है, यानी जल्दी ही सड़क बनकर तैयार हो जाएगी और लोगों को ट्रैफिक की परेशानी से राहत मिलेगी. टेंडर जारी हो चुके हैं और अब निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है.
क्यों रुका था काम, अब कैसे चलेगा
असल में 2019 में ही इस प्रोजेक्ट को पहली बार मंजूरी मिली थी, लेकिन दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे के बनने के कारण इसे बीच में रोकना पड़ा. अब फिर से केंद्र सरकार ने इस हाईवे पर ग्रीन सिग्नल दे दिया है. इसके बनने से नूंह, मेवात क्षेत्र और राजस्थान की कनेक्टिविटी मजबूत होगी.
क्या मिलेगा नई सड़क से
- सफर में लगेगा कम समय, रास्ता बचेगा
- ट्रैफिक जाम नहीं, गाड़ियां तेजी से चलेंगी
- सड़क हादसे कम होंगे, ज्यादा सुरक्षा
- यात्रा और माल ढुलाई में बचेगा पेट्रोल और खर्च
- गांवों और कस्बों में ज्यादा रोजगार और नए बिजनेस के मौके
- नए बाईपास बनने से नूंह और मालब जैसे छोटे शहरों को भी राहत